Saturday 4 June 2011

किस्सा सौ चुम्मो का




एक पति ने अपने पत्नि को खत लिखा

प्रियतमा
इस बार मै तुम्हें तन्खवाह नही मिलने के कारण
रुपये के बदले  सौ चुम्मे भेज रहा हू

कुछ दिन बाद पत्नि ने पति को खत लिखा

प्रियबर
चिन्टु के स्कूल कि फ़ीस देने गय़ी
मास्टर को पन्द्रह चुम्मा देना प्रडा
पार्चुन के दुकान से सामान लेने गई
सात चुम्मे वहा खर्च हो गये
सब्जी वाला भी महीने भर की सब्जी
के बदले चार चुम्मा लिया
अक्सर रात को मकान मालिक आता है
और किराये के बद्ले दो चुम्मे ले के जाता है
दुध वाला भी सुबह शाम दुध देता है
और बद्ले मॆ महीने का तीन चुम्मे लेता है
अभी चिन्ता की कोई बात नही है
महीने मे आठ दिन बाकी है
और बीस चुम्मे शेष है

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